आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने सेवा से सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन की मांग को लेकर आज जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) कार्यक्रम के तहत काम करने वाली आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन आंगनबाड़ी (एडब्ल्यूएचयू) के बैनर तले बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व सहायिकाएं भगत सिंह पार्क में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया.
हाथों में बैनर और तख्तियां लिए उन्होंने सरकार के खिलाफ और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की।
उन्होंने कहा कि जब तक प्रति कर्मचारी 4 लाख रुपये की ग्रेच्युटी और मासिक पेंशन सहित सेवानिवृत्ति लाभ प्रदान नहीं किया जाता है, तब तक आईसीडीएस कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “श्रमिकों के साथ-साथ सहायकों के नाम और पदनाम बदलने के बजाय, देरी की रणनीति और अल्प वेतन नीति को बदला जाना चाहिए,” उन्होंने कहा और उपराज्यपाल प्रशासन से उन्हें 4 लाख रुपये की ग्रेच्युटी प्रदान करने का आह्वान किया। सेवा से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन।
वार्ड एक की पार्षद प्रीति खजुरिया ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के समर्थन में प्रदर्शन में हिस्सा लिया. उन्होंने मांग की कि 60 वर्ष की आयु तक पहुंच चुकी सभी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को उनके डिसइंगेजमेंट पर या उससे पहले क्रमश: 5 लाख रुपये और 3 लाख रुपये की एक मुश्त राशि दी जानी चाहिए.
उन्होंने आगे बीपीएल बुजुर्ग महिलाओं की तर्ज पर 60 वर्ष की आयु में श्रमिकों और सहायिकाओं के लिए 3000 रुपये प्रति माह वृद्धावस्था पेंशन की मांग की।